Mr. Brijbhushan Sharan Singh, MP

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President, Wrestling Federation Of India

कुश्ती विश्व के प्राचीनतम खेलो में से एक है जो किसी भी देश के गौरवपूर्ण होने का परिचय कराता है. माना जाता है की ३४०० ईसा पूर्व मिस्र के लोग कुश्ती लड़ा करते थे। ९०० ईसा पूर्व पहली बार कुश्ती लड़ने के नियम बनाये गए। फिर १९ वी सदी के अंत में कुश्ती प्रतियोगिता में दो प्रकार की कुश्ती होने लगी: एक ग्रीको रोमन जो १८९६ के ओलम्पिक खेलो में हुई थी और दूसरी फ्रीस्टाइल जिसको १९०४ में शामिल किया गया था. कुश्ती ना केवल शरीर को मज़बूत बनाती है इससे मानसिक विकास और आत्मविश्वास भी बढ़ता है। धैर्य, अनुभवशीलता, चपलता - तीनो का समावेश जिस व्यक्ति में होता है वही अच्छा पहलवान बनता है। वर्तमान समय में कुश्ती ने विशुद्ध व्यायाम और खेल का रूप धारण कर लिया है

इस खेल से शरीर की सभी मॉस पेशिया एवं इन्द्रिया सबम एवं सक्षम बनती हैं। इस कला में पारंगत व्यक्ति कम शक्ति वाला होकर भी अधिक शक्ति वाले व्यक्ति पर विजय प्राप्त कर लेता है। परम्परागत रूप से कुश्ती भारत का लोकप्रिय खेल रहा है। भारतीय कुश्ती एवं भारतीय पहलवानो की पहचान समूचे विष में शुरू से रही है। भारत माँ की माटी से निकले अनेको वीर पहलवानो ने पूरी दुनिया में अपनी ताकत का लोहा मनवाया है।

मैं खेलो में कुश्ती को नैतिकता और चरित्र से परिपूर्ण खेल मानता हूँ। पिछले दस वर्षो में भारतीय पहलवानो ने देश का नाम अंतरराष्ट्रीय क्षितिज पर रोशन किया है। ओलम्पिक हो या एशियाड या एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप, भारत के पहलवान पदक ही नहीं जीत रहे हैं बल्कि देश के लिये ट्रॉफी भी ला रहा हैं। यह कुश्ती के लिए सुखद है। भारतीय पहलवानो द्वारा हाल के शानदार प्रदर्शन से इस खेल में एक नया आयाम जुड़ गया है। यह खेल अब ग्रामीण परिवेश से निकल कर अभिजात वर्ग के ड्राइंग रूम में आ गया है। वित्तीय मदद के द्वारा प्रो लीग खेल को नयी उचाईयों तक ले जाएगा। भारतीय कुश्ती को अंतरराष्ट्रीय शिखर पर पहुंचाने में सरकार ने भी पूर्ण सहयोग प्रदान किया है। पहलवानो का सरकारी सेवाओं में लेना, उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण दिलाने एवं विश्वस्तरीय सुविधाएँ मोहय्या कराने के कारण कुश्ती की निरंतर प्रगति हो रही है। कुश्ती के खेल को बढ़ावा देने के लिए आज सभी की निगाहें भारत पर है। में निश्चिन्त हूँ की लीग इस खाई को पाटने का काम करेगी। हमें अपने सपनो को पूरा करने के लिए हितधारकों का पूरा समर्थन चाहये। में आश्वस्त हूँ की यूनाइटेड वर्ल्ड रेस्लिंग (यु.डब्लूयु. डब्लूयु) के प्रोत्साहन और मेरे संघ के सहयोगियों, खिलाडियों, प्रशिक्षिको, रेफरी/अधिकारयों और वैश्विक मीडिया के समर्थन से यह लीग दुनिया भर में भव्य सफलता प्राप्त करेगी।